सावन मास में भगवान शिव को सबसे ज्यादा क्या पसंद है जल या दूध, जानें क्या कहते हैं पंडित
आप तो जानते ही होंगे इन दिनों भगवान शिव अपने भक्तों पर खूब प्रसन्न रहते है, क्योंकि सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस महीने सभी शिवभक्त भोलेनाथ की जमकर उपासना करते है। इन दिनों भोले बाबा के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर पानी, दूध और शहद से उनका अभिषेक करते है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान शिव को जल या दूध में से अतिप्रिय क्या है? जिससे वे अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न होते है। तो आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको ये बताएंगे। इसके बारे में जाने माने भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ. अनीष व्यास ने विस्तार से बताया है, जिसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे।
भगवान शिव सबकुछ करते है स्वीकार्य
आपको बता दें कि भगवान शिव को भोले भी कहते है। कहा जाता है कि भगवान शिव पर मनुष्य जो भी अर्पित करता है, वे खुशी खुशी स्वीकार्य कर लेते है। ऐसे में आप भगवान शिव को खुश करने के लिए शिवलिंग पर जल अर्पित करें या दूध भगवान विश इन दोनों का स्वीकार करके आपकी सारी समस्याएं हल कर देते है।
भगवान शिव को अधिक पसंद है जल
बता दें कि जाने-माने भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ.अनीष व्यासजी ने बताया है कि भगवान शिव को जल सबसे ज्यादा अतिप्रिय है। दरअसल भगवान शिव ने समुद्र मंधन के दौरान विष पिया था। इसके पीछे कहा जाता है कि यह विष इतना शक्तिशाली है कि उसके स्पर्श करने से मात्र कोई भी भस्म हो सकता था।
वहीं इस विष को कहीं फेंका भी नहीं जा सकता था, क्योंकि इसकी एक बूंद से सारी पृथ्वी का विनाश हो सकता था। जिसके बाद ब्रह्मदेव के आग्रह से भगवान शिव ने विष को ग्रहण कर लिया और सारा विष हलाहल पी लिया। विष पीने से भगवान शिव के शरीर में जलन होने लगी। उस दौरान भगवान शिव को जल से सबसे ज्यादा ठंडक मिली। इस आधार पर कहा जाता है कि भगवान शिव को दूध से ज्यादा जल अतिप्रिय है।
भगवान को अर्पित किया जाता है कच्चा दूध
बता दें कि शिवलिंग पर हमेंशा कच्चा दूध ही अर्पित करना चाहिए। दूध अर्पित करने से भगवान शिव का मस्तिष्क ठंडा और शांत रहता है। शिवलिंग पर पहले कच्चा दूध अर्पित किया जाता है, फिर जल अर्पण किया जाता है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि शिवलिंग पर आपको कभी भी उबला हुआ या ठंडा दूध अर्पित नहीं करना चाहिए।